फेंकू-पप्पू हैं चोर चोर मौसेरे भाई
इनकी है ये आपसी लड़ाई
होती जब यसईज़ेड की बात
हो जाते दोनों साथ
विदेशी निवेश के दीवाने दोनों
वालमार्टी मस्ताने दोनों
दोनों जब अमरीका जाते
विश्व-बैंक को शीश नवाते
गुर्राता जब बराक ओबामा
गीला हो जाता उनका पाजामा
किया केजरी ने जब अंबानी पर केस
मिलकर आपस में फैलाया भदेश
खुल रहा है धीरे-धीरे भेद नूरा-कुश्ती का
दोनों की कारपोरेटपरस्ती का
खुल जायेगा जिस दिन पूरा भेद
जनता देगी दोनों को खेद
शुरू करेगी जनता तब एक नया खेल
फेंकू-पप्पू की बना देगी रेल
अदानी और अंबानी जायेंगे जेल
कारपोरेटी लूट का खत्म करेगी खेल
होगा एक नये बिहान का आगाज़
आयेगा दुनियां में सचमुच का सुराज
होगी दुनियां तब आज़ाद
जब आएगा किसान-मज़दूर का राज
( ईमिः22.03.2014)
:)
ReplyDelete:(
ReplyDelete