Wednesday, June 5, 2019

वह कहता है हो गया मार्क्सवाद फेल



वह कहता है हो गया मार्क्सवाद फेल
इतिहास का अपढ़ होने से
अनभिज्ञ होता है फेल-पास से परे
राजनैतिक अर्थधशास्त्र से
कहता है अंत हो गया इतिहास का
गिना नहीं पाता मगर सफलता पूंजीवाद का
पढ़ता है मर्सिया समाजवाद का
डरता रहता है हमेशा मगर मार्क्स के भूत से
अभुआने लगता है मार्क्स मार्क्स बिना बात
बताता उसे किसी अच्छे ओझा का पता
यदि न जानता यह बात
कि भूत भी वहम है आत्मबल-विहीन निरीह प्राणियों का
बिल्कुल उसी तरह जैसे भगवान का वहम
(ईमि: 05.06.2019)

No comments:

Post a Comment