Friday, April 3, 2015

सियासत 10

Raghavendra Das मित्र,अात्मसात, कॉरपोरेटोंमादी कम्युनिस्ट विरोध के चलते, कई बार लगता है कि विमर्श में  तुम  दिमाग को ताक पर रख देते हो अौर दिमाग का इस्तेमाल ही मनुष्य को पशुकुल से अलग करता है. मार्क्सवाद की एक मूलभूत अवधारणा अात्मालोचना. हिंदुस्तान के क्रांतिकारी अांदोलनों को कम्युनिस्ट पार्टियों की स्थिति की गलत समझ तथा अकर्मण्यता ने बहुत नुक्सान पहुंचाया है. कम्यनिस्ट अंग्रेजों के समर्थक होते तो पार्टी अवैध क्यों करार दी जाती. यमयन रॉय 15 साल बाद विदेश से लौटते  ही क्यों जेल में डाल दिये जाते. 1942 का निर्णय मुश्किल था अौर तत्कालिक उद्देश्य के लिये फासीवादी विस्तार के विरोध में सांम्राज्यवाद के दूसरे खेमे का समर्थन रणनीतिक भूल थी, साम्राज्यवाद का समर्थन नहीं. धर्मोंमाद से अाजजादी की लड़ाई कमजोर करना परोक्षतः साम्राज्यवाद की सेवा थी.

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