अनभवहीनता से बचकाना वर्णन। वामपंथी होने के लिए समाज को समझने की विवेकशीलता, औरों के कष्ट समझने की संवेदनशीलता और व्यवस्था से असहमति का साहस बुनियादी शर्तें हैं। यहां जितने कमेंट हैं सब हमारे बचपन में हमारे गांव के बच्चों की आपसी गाली-गलौच के स्तर के हैं। क्षमा कीजिएगा। वामपंथी इस देश में (बाकी देशों में भी) वैसे ही लुप्तप्राय प्रजाति हैं फिर भी विचारों का आतंक लोगों के सिर पर भूत की तरह सवार रहता है। क्षमा कीजिएगा।
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