Monday, September 2, 2019

लल्ला पुराण 270 (भगत सिंह)

Arvind Rai 'आज अगर होते तो लेफ्टिस्ट्स की हरकतें देखकर विचार बदल लेते' क्या करते ये तो महज कयास है, जब थे तब जो किए वह इतिहास है। कुछ साल पहले श्रीगंगानगर में भगत सिंह शहादत दिवस का बड़ा कार्यक्रम था। चमनलाल के साथ भगत सिंह और साथियों के दस्तावेजों को संकलित-संपादित करने वाले उनके भांजे जगमोहन सिंह भी थे। हम लोग उनके लेखन के संदर्भ में उस कम उम्र में उनकी बौद्धक परिपक्वता की बात कर रहे थे, जगमोहन सिंह का एक वाक्य मैं उद्धृत करता रहता हूं, "Crisis of revolution, multi plies revolutionary-maturity".

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