Monday, July 3, 2017

लाल सलाम मशाल खान

We are living through the most horrible times where mob lynching is celebrated. Red Salutes Com Mashal Khan. Com. Mashal Khan was mob lynched by fellow students on the accusation of atheism and blasphemy गल ूपा ङलगनाीेगूब . It is to be noted that 2416 years ago Athen's had witnesses Socrates's judicial murder on the same accusations.
लाल-लाल लाल सलाम कॉ. मशाल खान
शहादतें बेकार नहीं जातीं
लगा उन्हें तुम बना रहे हो मजहब का ताबूत
कमरे में तुम्हारे थीं मार्क्स-एंगेल्स की तस्वीरें
माना इसे उन्होंने तुम्हारी नास्तिकता का सबूत
खुदा है गर एक हस्ती सर्वशक्तिमान
क्या मिट जाएगा इक सवाल से उसका वजूद?
धर्म के नाम पर खुदा के रखवाले
होते हैं कायर कुत्तों की तरह
झुंड में शेर बन जाते हैं
पत्थर उठाने के नाटक से ही
दुम दबाकर भागते हैं
होते जब अकेले
रंग लाएगी तुम्हारी शहादत साथी मशाल खान
तोड़ते हुए मुल्लों के फतवे
शामिल है तुम्हारे शोक में
दुनिया का हर अमनपसंद इंसान
तूफान मच गया है सारे पाकिस्तान में
तुम्हारी शहादत से
जाहिर है जो कठमुल्लों की बौखलाहट से
वैसे ही जैसे रोहित बेमुला की शहादत ने दिया
जय भीम-लाल सलाम के नारों की एकता को अंजाम
लाल सलाम साथी मशाल खान
आता है सवाल ये जेहन में बार बार
झुंड में क्यों खूंखार हो जाता है इंसान?
(ईमि: 04.07.2017)

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