Sandeep Yadavजिसके पास भी सोचने समझने की शक्ति नहीं होती वह भक्त होता है और दिमाग बंद कर किसी का समर्थन करता है, उसे मालुम नहीं क्यों? सिर्फ तुम्हारी मोदी भक्ति से ही नहीं यह निष्कर्ष निकला है, तुम्हारी सभी बातों से। तुम मेरे स्टूडेंट रहे हो (तकनीकी तौर पर, क्लास तो तुमने 10% भी शायद किया हो) इसलिए तुम्हारी मानसिक जड़ता का ऑब्जरवेसन तुमसे शेयर कर लेता हूं, नहीं तो तुम्हारी तरह लाखों जड़मति भक्त पड़े हैं। तुमने भक्तिभाव का मानसिक दिवालियापन आत्मसात कर लिया है तो किसी संवाद की गुंजाइश नहीं है, और नष्ट करने के लिए मेरे पास समय नहीं है।
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