कहां तो मयस्सर नहीं कोई नोट किसी बैंक को
करोड़ों की नोटों में खेल रहे मोदी भक्त
नोटबंदी से त्राहि-त्राहि मची है गरीब-गुरबा में
कैशलेश की जुमलेबाजी कर रहे मोदी और भक्त
किसान कर रहे खुदकशी बेबसी में
विश्वगुरू बनने का दंभ भर रहे मोदी भक्त
मर रहे हैं लोग अपना पैसा पाने की कतारों में
देशभक्ति में बलिदान का जाप कर रहे मोदी भक्त
नोटबंदी से बर्बादी की तरफ बढ़ रहा फुटकर बाजार
यफडीआई के गुणगान में जुट गए हैं मोदी भक्त
मुल्क बढ़ रहा साम्राज्य की गुलामी की तरफ
ईश्वर की कृपा बता रहे मोदी भक्त
इनके पूर्वज अंग्रेजी राज को वरदान मानते थे
अब अमरीका को भगवान बता रहे मोदी भक्त
(ईमि: 09.12.2016)
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