Sunday, December 11, 2016

नोटबंदी 6

नोटबंदी तो बहाना है मक्सद मुल्क तबाह करना है
फुटकर व्यापारी और स्वरोजगारी को बर्बाद करना है
होगा जब फुटकर व्यापार और स्वराजगार का विनाश
रिटेल और सेवा क्षेत्रों में होगा यफडीआई का एकक्षत्र राज
किया था इसने लोगों से करोड़ो राजगार का हुंकारी वायदा
विदेशों में पड़े काले धन से कराने को हर किसी का फायदा
विश्वबैंक से किया मुल्क की खेती, शिक्षा और बाजार का सौदा
किया तय अमरीका की फौजों की आवाजाही का मसौदा
जनता से किए वायदे को ये चुनावी जुमला बताता है
विश्वबैंक की सेवा को देशभक्ति का मानक बनाता है
जब तक रहेगा मुल्क में इंद्रधनुषी खुरदरा बाजार
कैसे चलेगा एकरसता परोसता वालमार्टी व्यापार
करने को बर्बाद रिटेल और रेड़ी-पटरी का स्वरोजगार
हड़प कर लोगों का धन किया इसने नोटबंदी का वार
कर चुका अब तक बैंक की कतारों में सौ के करीब शिकार
कहा था इसने 100 दिन में लाने को काला धन विदेशों से
आधीरात के फैसले से लूट लिया सबकुछ लोगों की बैंकों से
सुना है मध्ययुग में होते थे कई शासक परसंतापी और क्रूर
इसने तो परसंताप और क्रूरता में छोड़ दिया उन्हें पीछे काफी दूर
मगर इतिहास गवाह है होता है बहुत बुरा अंत हर तानाशाह का
बढ़ता है तो खत्म हो जाता है जुल्म किसी भी परसंतापी शहंशाह का
'बुरी है आग पेट की बुरे हैं दिल के दाग ये
न बुझ सकेंगे एक दिन बनेंगे इन्किलाब ये'
(यूं ही)
(ईमि: 11.12.2016)

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