अलीगढ़ विवि के कुलपति ने लड़कियों के लाइब्रेरी जाने पर यह कह कर रोक लघा दी कि इससे लाइब्रेरी में लड़कों की भीड़ मच जायेगी.
खौफ बन गयी है कठमुल्लों के लिए लड़कियों की बौद्धिक उड़ान
बन्दिश के तिनकों से चाहता है रोकना नारी चेतना का तूफ़ान
जो दरिया झूम के उट्ठा है (फैज़) नारी प्रज्ञा और दावेदारी का
मटियामेट कर देगा वैचारिक किला मर्दवादी मक्कारी का
यह कुलपति है विश्वविद्यालय का कि कोई सडक छाप मुल्ला
करता है बेशर्मी से इज़हार-ए-जहालत खुल्लम-खुल्ला
लड़किया गर लाइब्रेरी गयीं तो टूट पडेगा नैतिक आसमान
देख वहां लड़कियों को मचेगा लार चाटते लड़कों में घमासान
लड़कियों को समझता है माल और सभी लड़कों को लम्पट
पता नहीं किस पाठशाला में पढ़ा है यह दकियानूसी कमबख्त
(इमि/११.११.२०१४)
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