2008 में बटाला हाउस फर्जी मुठभेड़ मेंं मारे गए लड़कों में 17 साल का आजमगढ़ के संजरपुर का आतंकवाद का मास्टर माइंड साजिद पहली बार रेल की सवारी से डेढ़ महीने पहले जामिया में दाखिला लेने आया था। 6 में से 3 गोलियां उसके सिर में ऊर्ध्वाधर (वर्टिकल) घुसी थीं, उसकी मां पागल सी हो गयी थी। मानवाधिकार संगठनों ने जांच की मांग ,की हम पूर्व कानून मंत्री शांतिभूषण के साथ बाकी कैद लड़कों से मिलने गए, नहीं मिलने दिया गया। तत्कालीन गृहमंत्री, शिवराज पाटिल हमसे मिला लेकिन किसी जांच की शिफारिश को यह कह कर रद्द कर दिया कि इससे पुलिस का मनोबल गिरेगा। कांग्रेस में कई संघी हैं। अपनी रिपोर्ट कमेंट बॉक्स में शेयर कर रहा हूं।
#VivekTivariencounter murder
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