राम की तुलना में रावण का एपिकीय चरित्र बौद्धिक-नैतिक आधार पर राम के एपिकीय चरित्र से श्रेष्ठतर है जो बहन का अंगभंग करने वाले से बदला लेने के लिए उसकी बीबी का अपहरण कर लेता है औरफाइव-स्टार गेस्टहाउस में रखता है और कभी बल प्रयोग नहीं करता. वह चोरों की तरह छिप कर किसी बाली को नहीं मारता जिसने उसका कुछ न बिगाड़ा हो. वह अपनी पत्नी की अग्नि परीक्षा नहीं लेता न ही गर्भवती कर घर से निकालता है. वह मरते मरते भी दुश्मन को भी ज्ञान देता है न कि स्वतः ज्ञान की चेष्टा में जुटे किसी संबूक को मारता है. वैसे भी किसी की हत्या का उत्सव मनाना अमानवीय है.
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आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 12 अक्टूबर 2016 को लिंक की गई है.... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteबिकता क्या है ये जरूरी है
ReplyDeleteवोट रावण से नहीं मिलती
बहुत ही बड़ी मजबूरी है ।
बहुत खूब सुशील भाई. बहुत दिनों बाद. लाल सलाम.
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