Thursday, January 24, 2013

खुशी की तलाश


खुशी की तलाश
ईश मिश्र 

खुशियों की गमों में तबदीली 
महज वहम है मन का 

खोजने से नहीं मिलतीं खुशियाँ 

जैसे खोजने से नहीं मिलता प्यार 
ज़िंदगी जीने मे उसूलों की 
खुद-ब-खुद मिल जाती है खुशी अपार 
जैसे बरास्ते मंजिल 
हो जाती हैं किसी अज़ीज़ से आँखें चार
हकीकी खुशी है सर्जक ऊर्जा की अभिव्यक्ति 
खाना-पीना मौज करना है महज आसक्ति 
मिला दो गम-ए-जहाँ से गर गम-ए-दिल 
नहीं रहेगा दुःख कोई भी सताने के काबिल 
आओ जलाते हैं गम-ओ-गुमान की होली 
भर लें खुशियों से आवाम की झोली

[ईमि/२४.०१.२०१३]

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