Wednesday, November 18, 2020

फुटनोट 252 (आर्य-अनार्य)

 बंटे हुए को कौन बांट सकता है? हिंदू कौन है? बाभन कि दलित? चितपावन कि मराठा? आर्य और आर्येतर प्रजातियां ऐतिहासिक तथ्य हैं तथा अनार्य आदिवासियों के जल-जंगल-जमीन की लूट अभी तक जारी है। पौराणिक सुर-असुर संग्राम आर्य-अनार्य संघर्ष का ही मिथकीकरण है। इतिहास की चर्चा करने का मतलब उसे पलटना नहीं है। आज इंका-अजटेक सभ्यताओं के विनाश की यूरोपीय बर्बरता पर टनों साहित्य लिखा जा चुका है। अनादिकाल से लोग एक जगह से दूसरी जगह तमाम कारणों से आते-जाते-बसते रहे हैं। अतीत के पुनर्निर्माण का शगूफा भविष्य के विरुद्ध साजिश है। अतीत नहीं सुधारा जा सकता उसके इतिहास से सबक सेकर भविष्य का निर्माण किया जा सकता है।

No comments:

Post a Comment