कौन है ये भारत महान?
ईश मिश्र
बचपन से सुनता आया हूँ
सारे जहां से अच़्छा अपना हिंदोस्तान
चैनल और अख़बार में चमकता है भारत महान
हुई नही आजतक उस शख़्स की पहचान
कौन है यह भारत महान?
देख लूट के इल्ज़ाम की लेखापाल की तर्जनी
निपट लेंगे भ्रष्टाचार से, भारत बन बोले मुकेश अंबानी
कुछ पेशेवर क्रिकेटर मैच हार जाए तो
वेस्ट इंडीज रौंद देता हिंदुस्तान को
बाज्पेयी और मुशर्रफ करते हैं जब चूडी-कंगनो का आदान-प्रदान
कर देते हैं वे पाकिस्तानी क्रिकेटरों बाएकाट का ऐलान
मैच फिक्सिंग मै थे जिन सबके नाम
पता नहीं कैसे बन जाते हैं वे हिंदूस्तान
जंग के हालात बनाते हैं जब भी जंगखोर
भारत बन जाते हैं सारे के सारे हरामख़ोर
न्यूक्लियर डील रहेगी हर हाल मै होकर
बन हिंदूस्तान, बोला वज़ीर-ए-खजाना का नौकर
मारना हो जब मजदूर-किसान
छोटा सा हाकिम भी बन जाता हिंदुस्तान
लूटना हो जब अवाम का जंगल, जमीन और आब
टाटा बन जाता इनका बाप
खड़ा करके नक्सलवाद के भूत का हौआ
करते हैं कारपोरेटी दलाल हिंदुस्तान होने का दावा
आदिवासी करता यदि जमीन देने से इनकार
बर्दास्त नहीं कर पाती ज़रदारो की सरकार
लूटती है इज़्ज़त,लेती है जान, नष्ट कर देती है गाँव घर-बार
चिल्लाने लगती है नक्सलवाद-नक्सल्वाद
और मार देता है भारत कई सल्झू, मिट्ठू,उमाशंकर और आज़ाद
भ्रमित हूँ समझ नहीं पता कितने हैं
हिंदुस्तान या भारत महान
पूछते हैं भूखे-नंगे और मज़दूर किसान
उनका भी है क्या कोई हिंदूस्तान?
15.06.2011
ईश मिश्र
बचपन से सुनता आया हूँ
सारे जहां से अच़्छा अपना हिंदोस्तान
चैनल और अख़बार में चमकता है भारत महान
हुई नही आजतक उस शख़्स की पहचान
कौन है यह भारत महान?
देख लूट के इल्ज़ाम की लेखापाल की तर्जनी
निपट लेंगे भ्रष्टाचार से, भारत बन बोले मुकेश अंबानी
कुछ पेशेवर क्रिकेटर मैच हार जाए तो
वेस्ट इंडीज रौंद देता हिंदुस्तान को
बाज्पेयी और मुशर्रफ करते हैं जब चूडी-कंगनो का आदान-प्रदान
कर देते हैं वे पाकिस्तानी क्रिकेटरों बाएकाट का ऐलान
मैच फिक्सिंग मै थे जिन सबके नाम
पता नहीं कैसे बन जाते हैं वे हिंदूस्तान
जंग के हालात बनाते हैं जब भी जंगखोर
भारत बन जाते हैं सारे के सारे हरामख़ोर
न्यूक्लियर डील रहेगी हर हाल मै होकर
बन हिंदूस्तान, बोला वज़ीर-ए-खजाना का नौकर
मारना हो जब मजदूर-किसान
छोटा सा हाकिम भी बन जाता हिंदुस्तान
लूटना हो जब अवाम का जंगल, जमीन और आब
टाटा बन जाता इनका बाप
खड़ा करके नक्सलवाद के भूत का हौआ
करते हैं कारपोरेटी दलाल हिंदुस्तान होने का दावा
आदिवासी करता यदि जमीन देने से इनकार
बर्दास्त नहीं कर पाती ज़रदारो की सरकार
लूटती है इज़्ज़त,लेती है जान, नष्ट कर देती है गाँव घर-बार
चिल्लाने लगती है नक्सलवाद-नक्सल्वाद
और मार देता है भारत कई सल्झू, मिट्ठू,उमाशंकर और आज़ाद
भ्रमित हूँ समझ नहीं पता कितने हैं
हिंदुस्तान या भारत महान
पूछते हैं भूखे-नंगे और मज़दूर किसान
उनका भी है क्या कोई हिंदूस्तान?
15.06.2011
शानदार!
ReplyDeleteशुक्रिया
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