Saturday, September 16, 2023

लल्ला पुराण 331 (सनातन)

 एक सज्जन ने एक चर्चा में कहा कि क्या मैं वामपंथी विचारक नहीं हूं और वे सनतनी हिंदुत्ववादी? उस पर:


वामपंथ की ऐतिहासिक उत्पत्ति और अवधारणा के अर्थ में हर जनपक्षीय परिवर्तनकामी वामपंथी है, इस अर्थ में मैं वामपंथी हूं, लेकिन आप क्या हैं यह आप ही जानें। सनातन का मतलब है, शाश्वत, अनादि अनंत। इसलिए हिंदुत्व सनातन नहीं, उपनिवेश विरोधी विचारधारा के रूप में विकसितहो रहे भारतीय राष्ट्रवाद को विखंडित करने के लिए औपनिवेशिक शह पर जन्मी-विकसित आधुनिक सांप्रदायिक विचारधारा है। लेकिन विमर्श विषय पर होना चाहिए, विचारक की वैचारिक निष्ठा पर नहीं।

No comments:

Post a Comment