मालवा के सूबेदार ( 1693-1720-67) मल्हार राव होल्कर खुद भी चरवाहे थे, मराठा सेना में सिपाही भर्ती हुए और पेशवा बाजी राव के विश्वासपात्र बन गए फलतः 1720 में मराठा साम्राज्य के मालवा प्रांत के सूबेदार। उनके बेटे खंडेराव की पत्नी अहिल्याबाई भी एक चरवाहे की बेटी थी और बचपन में भेंड़े चाराती थी। शादी के बाद जद्दोजहद से शिक्षा प्राप्त कर राज-काज में हाथ बंटाने लगी। पति और बेटे की अकाल मृत्यु के बाद शासक बनी। वह एक visionary शासक थी, उसने जनकल्याण के बहुत काम किए, इंदौर से शिफ्ट करके नर्मदा तट महेश्वर में राजधानी बनाया, सड़कें, धर्मशालाएं, प्याऊ बनवाए उद्योगों का विकास किया। काशी विश्वनाथ मंदिर बनवाया तथा दुनिया की पहली शासक थी जिसने स्त्रियों की सेना का गठन किया था।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment