Saturday, September 5, 2020

गौरी लंकेश

 आज के दिन शहीद हुए सामाजिक न्याय के दो सिपाही

दोनों थे जातिवादी अमानवीयता के विरुद्ध संघर्ष के हमराही
1974 में जगदेव प्रसाद जला रहे थे अलख बिहार में
पुलिस ने हत्या कर दिया कानून व्यवस्था की आड़ में
मचा रहा था ब्राह्मणवाद जब धर्मोंमाद का कहर
घोल रहा था समाज में फिरकापरस्ती का जहर
गौरी लंकेश का कलम उन्हें ललकार रहा था
लोगों में मानवता की भावना जगा रहा था
किया धर्मांधता के पीरों ने छिप कर कायराना वार
दिया मानवता की पुजारी को जान से मार
लेकिन तब तक वह बन चुकी थी व्यक्ति से विचार
करती रहेगी मानवता का निरंतर प्रसार

दोनों शहादतों को सलाम
नहीं जातीं शहादतें बेकार
लग चुके हैं ब्राह्मणवाद पर कई अर्धविराम
शीघ्र ही लगेगा उस पर पूर्णविराम
जगदेव प्रसाद की शहादत को कोटिक सलाम
आज का ही दजिन हुईं गौरी लंकेश भी शहीद
थीं वे ब्राह्मणवाद के विरुद्ध बासवन्ना की मुरीद
लिखता था उनका कलम ब्राह्मणवादी हिंदुत्व के खिलाफ बेखौफ
खाता था फासीवादी खेमा जिससे खौफ
बन गयीं थीं वे भी 21वीं सदी में प्रचीन एथेंस में सुकरात
ठीक वैसे ही जैसे 20वीं सदी में थे बिहार जगदेव प्रसाद
दोनों ही सुकरातों को जयभीम लाल सलाम
क्रांति से होगा जातिवाद का विनाश
जाति के विनाश से होगा क्रांति का सूत्रपात
(ईमि: 05.09.2020)

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