एक भक्त प्रोफेसर की ईश्वर से मुझे सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की, उसका जवाब:
सद्बुद्धि की जरूरत अमानवीय, फिरकापरस्त, ब्राह्मणवादी ,मानवद्रोहियों को है, जो पीयचडी करके भी हिंदू-मुसलमान से इंसान नहीं बन पाते। ईश्वर की बैशाखी की जरूरत आत्मबलविहान भक्तों को चाहिए, मुझे किसी ईश्वर-फीश्वर के संबल की जरूरत नहीं है, मेरा आत्मबल ही मेरा संबल है। आपको मेरी शुभ कामनाएं कि अंधभक्त से चिंतनशील इंसान बनें।
सद्बुद्धि की जरूरत अमानवीय, फिरकापरस्त, ब्राह्मणवादी ,मानवद्रोहियों को है, जो पीयचडी करके भी हिंदू-मुसलमान से इंसान नहीं बन पाते। ईश्वर की बैशाखी की जरूरत आत्मबलविहान भक्तों को चाहिए, मुझे किसी ईश्वर-फीश्वर के संबल की जरूरत नहीं है, मेरा आत्मबल ही मेरा संबल है। आपको मेरी शुभ कामनाएं कि अंधभक्त से चिंतनशील इंसान बनें।
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