Friday, May 18, 2018

ईश्वर विमर्श 59 (खुदा)

आप भी कुछ लिखिए, इनके बारे में भी मैं भी लिखता हूं, मैं नास्तिक हूं तथा खुदा-ईश्वर मनुष्य की रचनाएं हैं। जब खुदा ही नहीं तो पैगंबर यीा अवतार कहां से होगा? बाइबिल आदिम दंतकथाओं का संकलन है। आप पहले नहीं हैं, बहुत घनचक्कर मिल जाते हैं, जो लिखे पर विमर्श की बजाय हुक्म देने लगते हैं, इस पर क्यों नहीं लिखते? जिस पर मुझे जरूरत होगी, जानकारी होगी उसी पर लिखूंगा, बाकी आप लिखें। बाभन से इंसान बनना जन्म की जीववैज्ञानिक दुर्घटना की अस्मिता से उभर कर विवेकसम्मत अस्मिता बनाने का मुहावरा है। मैं भगवान के बारे में लिखता हूं, वह इतना कमजोर है कि उसकी रक्षा में भक्तों को आना पड़ता है। चलिए, अब कुछ काम कर लूं। पाठशाला में आइए आपको बाभन से इंसान बनने में मदद मिलेगी। बाभन से ही नहीं, अहिर, हिंदू, मुसलमान आदि से भी इंसान बनने की जरूरत है।

No comments:

Post a Comment