लगातार रहो साधते असंभव पर निशाना
बन जाये जिससे वह एक सैद्धान्तिक संभावना
नहीं कुछ भी असंभव उसी तरह
होता नहीं जैसे कोई अन्तिम सत्य
भगवान और भूत की ही तरह
असंभव भी है महज़
एक सैद्धांतिक अवधारणा
संभव बन जाये असंभव एक बार जब सिद्धांत में
वक़्त फिरते ही बन जायेगी हक़ीक़त व्यवहार में
हा हा
[ईमि/09.09.2009]
बन जाये जिससे वह एक सैद्धान्तिक संभावना
नहीं कुछ भी असंभव उसी तरह
होता नहीं जैसे कोई अन्तिम सत्य
भगवान और भूत की ही तरह
असंभव भी है महज़
एक सैद्धांतिक अवधारणा
संभव बन जाये असंभव एक बार जब सिद्धांत में
वक़्त फिरते ही बन जायेगी हक़ीक़त व्यवहार में
हा हा
[ईमि/09.09.2009]
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