Haider Rizvi साहब की बलातकार और हत्या जैसे जघन्य अपराधों के सांप्रदायीकरण पर एक पोस्ट पर एक सज्जन हिंदू-मुसलमान करने लगे। उस पर --
बाभन से इंसान बनने के सुख से वंचित ये मानसिक-दिव्यांग, भक्त हैं, जिनकी संवेदना इतनी बर्बर हो चुकी है कि 8 साल की बच्ची के क्रूरतम बलात्कार और हत्या के पक्ष में खड़े हो गए हैं क्योंकि उस घुमंतू आदिवासी बच्ची का नाम मुसलमानों सा है। इनके ब्रह्मज्ञान का मतलब शायद बलात्कार होता है।
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