पिछड़ गये हैं चूहा दौड़ मे जो आज
बनायेंगे एक दिन एक नया समाज
बदलेंगे सरमाये का राज-काज
लायेंगे किसान मजदूर का राज
जरूरी शर्त है मगर उसके आगे
पहले ज़मीर और आवाम जागे
करना पड़ेगा जनवादी चेतना का प्रसार
तोड़नने पड़ेंगे पुरातन दकियानूसी विचार
(ईमिः03.02.2014)
सही बात !
ReplyDeleteजी
Delete