Sunday, October 14, 2012

मलाला को सलाम


मलाला को सलाम
ईश मिश्र

दुनिया के तालिबानों, धर्म के ठेकेदारों 
वहशत के बादशाहों, दहशत के कारिंदों 
है तुमको मलालाओं का ये पैगाम 
मिटा देंगी वे अब जहालत का तुम्हारा निजाम
मलाला की हिम्मत को कोटिक सलाम 
देती रहो दुनियाँ को दानिशी पैगाम 

बन गया हैं मलाला के खून का एक एक कतरा 
तालिबानी वजूद के लिये  बेहद संगीन खतरा
खून के हर कतरे से निकल रही हैं अनंत मलालाएं
दुनियाँ के दहशतगर्द अब इनसे दहशत खाएं 

बांधे ‘मैं मलाला हूँ’ की पट्टी माथे पर
लाखों मलालाएं निकल पडी हैं दुनिया भर की सड़कों पर    
निकला है मलाला के लहू से जो उमडता समंदर 
बहुत भारी पडेगा जहालत की तालिबानी बारूद पर 

कर रहा था जब इस बेख़ौफ़ लड़की को सलाम 
बरबस ही याद आ गया रोजा पार्क का नाम 
नस्लवाद को दी थी जिसने ऐसी चुनौती 
कोलंबस की विरासत की चूलें हिला दी 

अमरीका में किया था रोजा पार्क ने जो काम 
नस्लवादी राक्षस हो गया था काम-तमाम 
स्वात की मलाला ने कुछ वैसा ही किया पाकिस्तान में 
दहशत मच गयी है जहालत के हल्का-ए-तालिबान में

मलाला की हिम्मत को फिर से सलाम 
पढ़ती है जो तालिबानी जहालत के नेस्त-ओ-नाबूद का कलाम 

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