Wednesday, July 15, 2015

गुजरे वक्त की याद

गुजरे वक्त की याद बहुत ज्यादा आती है
जब वक्त गुजरा ही हो
उनके बिना जो छूटते हैं उस वक्त 
होती है नये वक्त की कल्पना भी मुश्किल 
गुजरते वक्त के साथ
जुड़ती हैं नई यादें 
धूमिल करते हुए उस गुजरे वक़्त की यादों को
जो अब कभी-कभी प्रसंगवश ही आती हैं
(अरे ये भी कविता हो गई हा हा )
(ईश मिश्रः 15.07.2015)

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