Wednesday, February 27, 2013

लल्ला पुराण ७१


  • Most of us do all the immoral acts to make more and more money in the name of children without asking them. Ask any corrupt official, answer would be for children.Around a decade ago,  I was at a place of a promoted IPS in Guwahati, his son, a student of mine,(then a JNU student and IAS aspirant, now an IAS) joined us for a drink on our request. After a drink, he asked the father, "Dad can I ask you one question?", father: "Go ahead' . Why do you need to go on making more and more money by corrupt means, when we do not need any more". The father was stunned and hopefully would stopped making corrupt money after that, do not know.





 वह लड़का ईमानदार है या नहीं कह नहीं सकता.

मसूरी की ट्रेनिंग के बाद से मुलाक़ात नहीं हूँ. लेकिन मैं तो शिष्य-मित्रों को समझाता रहता हूँ कि यदि वे भ्रष्ट और उसूलों की ज़िंदगी मे आत्महित की तर्कसम्मत गणना करें तो पायेंगे कि दूसरी तरफ ज्यादा + हैं. जिसे समझ आ जाए वह भाग्यशाली है क्योंकि मन का बौद्धिक सुख इन्द्रियों के भैतिक सुख से श्रेष्ठतर है. यह आध्यात्मिक नहीं, भौतिकवादी समझ है. हर बैच में ४-६ को भी यह समझ आ जाती है तो अपने को भाग्यशाली समझता हूँ. पूंजी के निजी स्वामित्व और श्रम-दासता पर आधारित आधुनिक व्यवस्था भविष्य की अज्ञात-अमूर्त असुरक्षा के नाम पर सब्जबाग का भ्रम बेचती है. पूंजीवाद में संचय सिर्फ पूंजी पति ही कर सकता है बाकी संचय के भ्रम में आजीवन तनाव और अपराधबोध में स्वामित्व का गुमान पाले दुखी आत्मा की तरह मर जाते हैं. भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों का अगर उदाहरण लें. एक अधिकारी को सुविधासंपन्न जीवन का वेतन मिलता है अगर पति-पत्नी दोनों उस कोटि में हैं तो तनाव होना चाहिए कि इतने पैसों का क्या करें? भ्रष्टाचार और दलाली करने वाले अधिकारी अंतरात्मा बेचकर, खोखले इंसान के रूप में पैसे और ताकत के गुमान की दयनीय ज़िंदगी जीते हैं और बनिए से पैसा लेकर शेयर-ब्रांड-बीमा-फिक्सेद डिपाजिट-बेनामी संपत्ति आदि में वह पैसा उसी बनिए(कृपया इसे जाति के अर्थों में न लें) को वापस कर देता है, या नाल्को के पकडे गए निदेशक की तरह ४० किलो सोने के बिस्कुट ब्बैंक के लाकर में रख कर मर जाता है. खाता-पीता तो अन्न-मांस और शराब ही है. यानि कि मुफ्त में खुद को बेचता है और कहीं संयोग से पकड़ा गया तो.........                                                     

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