उम्र की मार से अजलस्त और पस्त हो चुके लोगों के लिए
उम्र की मार से अजलस्त और पस्त हो चुके लोगों के लिए
हमारे यहां वानप्रस्थ आश्रम की व्यवस्था हैवृद्धाश्रम उसकी का आधुनिक संस्करण है
शास्त्रों में जीवन के हर पड़ाव का इंतजाम है
उत्पादकता घट जानेपर सन्यास आश्रम की व्यवस्था है
वे जब बिल्कुल हीअनुत्पादक हो जातेहैं हमारे बुजुर्ग
और मांगते हैं सेवा-सुश्रुषा
शांति से एकांत में मरने के लिए
शास्त्र सम्मत वानप्रस्थ्य आश्रम की व्यवस्था का
सम्मान करते हुए वे स्वेच्छा से जंगल चले जाते हैं
उसी तरह जैसे युवा विधवाएं स्वेच्छा से सती हो जाती थीं। (ईमि: 06.02.2024)
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