Ramadheen Singh अाज का दिन महत्वपूर्ण है कि अंबानी के चाकर की लफ्फाजी का पर्दाफाश हो गया. 100 दिन में काला धन वापस ला रहा है. 56 इंच का सीना है तो कहो नफरत के बादशाह को, गोडसे के वारिस को कि दोनों अंबानियों के नाम काला धन में ऊपर है, दम है तो अपनी पीठ से अंबानी का हाथ झटक उसके गर्दन पर हाथ डाले. लेकिन जिसकी कृपा से 10 लाख का कुर्ता पहनेगा उस पर हाथ कैसे डालेगा. वैसे भी नफरत अौर भय की सियासत करने वाले कायर अौर डरपोक होते हैं. उस पार्टी का क्या कहें जिसके मुरली मनोहर जोशी अौर रामाधीन सिंह अमित शाह जैसे क्लीनचिटियों, साक्षी महराज जैसे जाहिलों की मातहती करें. रुदााली के लिये बुलाइये कि 8 महीने में मोदी ज़ीरो हो गया. किसी अौर प्रधानमंत्री ने दिल्ली के चुनाव में इतनी सभायें नहीं किया न ही किसी ने भाा की मर्यादा की इतनी ऐसी की तैसी की. अब हार गया तो ठीकरा किरन बेदी पर.. तरस अाती है अाप जैसे पढ़े लिखे लोगों पर जो ढोंगी साझुओं अौर ज़ाहिल लंपटों की मातहती को अभिशप्त हैं.
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