Thursday, February 12, 2015

शिक्षा अौर ज्ञान 51

शिक्षिका  की नियुक्ति पत्र की प्राप्ति पर एक युवा फेस्बुक मित्र को बधाई संदेश ---

Apoorva Yadav मुबारक हो. अगर इस मुल्क के 25 % शिक्षक शिक्षक होने का महत्व समझ लें तो क्रांति की 75% अाधार तैयार हो जाय. बच्चे बहुत तेज होते हैं लेकिन हम -- मां-बाप तथा शिक्षक उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने की बजाय उन्हें तोता बनाते हैं. बच्चों को याद दिलाते रहना पड़ता है कि वे दिमागदार प्राणी हैं. शिक्षक का काम है -- बच्चों के साथ मित्रवत, जनतांत्रिक, समतापूर्ण,(समता गुणात्मक अवधारणा है, माक्षात्मक नहीं) पारदर्शी व्यवहार से उन्हें दिमाग के अनवरत इस्तेमाल के लिये उकसाते रहना; विरासत में मिली रूढ़ियों अौर पूर्वाग्रहों की जगह विवेकसम्मत नैतिकता अपनाने को प्रोत्साहित करना. शिक्षक को प्रवचन से नहीं मिसाल से पढ़ाना होता है. उन्हें रटाओ मत कि 2+2=4 बल्कि उदाहरण से समझाओ कि 2+2=4 कैसे अौर क्यों होता है वे अपने अाप 32+18 =50 समझ जायेंगे. तुम तो क्रांतिकारी कन्या हो. शिक्षण नौकरी तो है ही मगर अलग ढंग की नौकरी है. अच्छे शिक्षक का बच्चों पर दूरगामी असर पड़ता है.  वक़्त से अागे चलो अौर लीक से हट कर चलने के कष्टों का अानंद उठाओ. शुभकामना.

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