Wednesday, July 13, 2011

मुम्बई में धमाका

मुम्बई में धमाका
ईश मिश्र
फिर आई खबर मुम्बई में बम फटने की
सैकड़ों निर्दोषों के मरने की
कई जा रहे थे दिहाड़ी अपनी करने
रात को जल सके चूल्हा जिससे घर में
कई नन्हे-मुन्ने जा रहे थे स्कूल
बम का मतलब भी नहीं जिन्हें मालुम
नहीं है यह कोई बात नई
सदयों पहले इसकी शुरुआत हुई
होता आ रहा है यह तब से
बारूद का ईजाद हुआ जबसे
जिसके पास बारूद का जितना बड़ा जखीरा
मारे उसने उतने ही इन्शान, लूटा सोना-चांदी-हीरा
हो चुका था जब दूसरे महा युद्ध का अंत
अमरीका बन कर उभरा बारूद का नया महंथ
उसने पहला परमाणु बम बना दिया
लिटिल बॉय और फैट मैन नाम दिया
किया दुनिया पर नए वर्चस्व ऐलान
भेज दिया जापान में परमाणु-लैस विमान
हिरोशिमा में गिराया लिटिल बॉय,नागाशाकी में फैट मैन
मारे हजारों इन्शान कर दिया दुनिया को बेचैन
छीन लिया आने वाली पीढ़ियों का अमन-चैन
बन गया वह दुनिया का नया वाचमैन
बढाता रहा जखीरा परमाणु-बमों का
लूटता रहा संसाधन आम-जनों का
जारी है अभी भी उसका यह अभियान
समझ चुका है बम का खेल आज का इन्शान
ख़त्म कर देगा वह बम-गोलों का खेल
इन्शानियत के उसूलों से है नहीं जिसका मेल
बनाएगा ऐसी दुनिया फूले-फलेगी इन्शानियत जिसमे
बम-गोलों से नहीं रहेगी वाकफियत उसमे.
[ईमि/13.07.2011]

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