Sunday, July 11, 2021

मार्क्सवाद 248 (जय भीम लाल सलाम)

 जय भीम - लाल सलाम का मतलब बस नाम रहेगा अल्लाह का नहीं है, इसका मतलब है जाति के विनाश के बिना क्रांति नहीं और क्रांति के बिना जाति का विनाश नहीं। बस नाम रहेगा अल्लाह का फैज की मशहूर नज्म 'हम देखेंगे.....' का हिस्सा है जिस पर जिआउल हक की इस्लामी सरकार ने पाबंदी लगायी थी क्योंकि 'बस नाम रहेगा अल्लाह का जो मैं भी हूं, जो तुम भी हो' को ईशनिंदा माना गया था। ईशनिंदा इस लिए कि अल्लाह को इंसान (मैं भी-तुम भी) बताया गया था। विडंबना देखिए जिस नज्म को ईशनिंदक मान कर इस्लामी सांप्रदायिक सरकार ने पाबंद किया था, उसी नज्म को इस्लामी बताकर हिंदुत्व सांप्रदायिक फैज को इस्लामवादी साबित करना चाहते हैं। जनवादी विचारों से हर तरह के फिरकापरस्तों को दौरा पड़ता है।

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