Sunday, September 9, 2018

बदलकर नाम..

बदल कर नाम शहर-मुहल्लों का
क्या तुम इतिहास बदल दोगे?
बदल कर हजरतगंज अटल चौक में
क्या तुम 1857 की वीरांगना
हजरतमहल के बलिदान बदल दोगे
या 1942 के मुखबिर की गद्दारी को
देश-भक्ति का नाम दे दोगे?
बदलकर नाम हजरतगंज का
क्या तुम गंजिंग का रिवाज बदल दोगे?
(यूं ही, आज कलम की दूसरी आवारगी)

(ईमि: 09.09.2018)

2 comments:

  1. इनका बस चलेगा
    ये हमारे बच्चों का
    दिमाग बदल देंगे।

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