Tuesday, September 11, 2018

शिक्षा और ज्ञान 167 (अहिर से इंसान बनना)

Vivek K. Yadav वैसे मैंने तो रंजन से मजाक में कहा था। मैं तो ब्राह्मण नहीं हो गया, न आपसे सनद चाहिए, लेकिन आप नवब्राह्मण जरूर हैं। ब्राह्मणवाद का मूलमंत्र है विचार-कामों के आधार पर नहीं, जन्म के आधारपर व्यक्तित्व का मूल्यांकन जन्मना अब्राह्मण जो ऐसा करता है वह नवब्राह्मण है। नवब्राह्मणवाद ब्राह्मणवाद का पूरक ही नहीं सहयोगी भी है। सामाजिक चेतना के जनवादी करण में जितना खतरनाक स्पीड-ब्रेकर ब्राह्मणवाद है उतना ही नव-ब्राह्मणवाद। बाभन से इंसान बनना तो जरूरी है ही, उतना ही जरूरी अहिर से इंसान बनना भी है। आपकी गाली का शुक्रिया। जेयन,यू फासीवाद के विरुद्ध प्रतिरोध का अग्रणी किला है, उनके अपने अंतर्विरोधों के बावजूद, जो चुनाव में हैं, संघर्षों में प्रतिरोध की शक्तियां एकजुट हो जाती हैं। जेयनयू इंसान बनाता है।

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