Friday, November 20, 2015

वह बहुत नज़ाकत से रहता है

वह बहुत नज़ाकत से रहता है
दिन में कई बार कपड़े और कौल बदलता है
देश में मनाता है गांधीबध के लिए गोडसे बलिदानदिवस
लंदन में गांधी की कसमें खाता है
जब वह देश में होता है बुद्ध को बताता है धर्मद्राही
विदेश में उनकी विरासत की दावेदारी करता है
चुनाव के पहले कालेधन की बात करता है
चुनाव के बाद इस बात को चुनावी जुमला बताता है
और भी नज़ाकते हैं इस बाजीगर के
आरक्षण को विकास में बाधा मानता है
चुनाव अंबेडकर को मशीहा बताता है
(बस ऐसे ही)

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