पूछेगी मेरी नतिनी और भी कई असहज सवाल
यह भी पूछेगी कि क्या कर रहे थे हम लोग
जब जेलों में भरा जा रहा था
उन वीरांगनाओं को
सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के फर्जी आरोप मेंं
जो जला रही थीं अलख एक नए नवजागरण की
सामासिक संस्कृति के नए आचरण की
लिख रही थीं स्त्री-प्रज्ञा और दावेदारी का नया इतिहास
उड़ाते हुए अफवाहजन्य पोगापंथी इतिहासबोध का परिहास
बजाते हुए डफली गा रही थीं जंगे-आजादी के नए तराने
लिख रही थीं एक नई बौद्धिक क्रांति के गाने
देख हमें निरुत्तर
खोजेगी खुद ही नए उत्तर
मिलकर देश की तमाम नतिनियों के साथ
लड़ते हुए बढ़ेंगी सब लिए हाथों में हाथ
बढ़ाएंगी आगे वे नए नवजागरण का नया अभियान
आएगा ही धरती पर एक नया विहान।
(ईमिः 06.07.2020)
हमारी नतिनियां खुद खोजेंगी की जवाब
मांगेगी सांप्रदायिक हिंसा के दरिंदों से हिसाब
छिपाने को अपनी दरिंदगी लगाया जिन्होंने
नए नवजागरण की नायिकाओं पर दाग
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