Monday, October 23, 2017

मार्क्सवाद 92 (वर्गचेतना)

अभी से तैयारी शुरू कीजिए, 2019 में अभी काफी वक़्त है। मनुष्य अपना इतिहास अपनी चुनी हुई परिस्थितियों में नहीं विरासत में मिली परिस्थितियों में बनाता है। आज सबसे बड़ा खतरा फासीवाद है और गुजरात में तीसरी ताकत नहीं है। हमें फौरी और दूरगामी उद्देश्यों में एक समन्वय और संतुलन बनाना होगा। दूरगामी उद्देश्य है सामाजिक चेतना का जनवादीकरण, जिसके लिए परिवर्तन की ताकतों -- सामाजिक और आर्थिक न्याय के खंडित-मंडित शक्तियों को नए सिरे से नए नारेों और नए कार्यक्रम के साथ संगठित करने की जरूरत है। अस्मिता राजनीति अपनी ऐतिहासिक भूमिका निभा चुकी अब वर्गीय लामबंदी की जरूरत है।

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