नफरत के खंजर से किए जाते हैं जो कत्ल
उनमें किया जाता है लाशों को नजरजिंदां
काजी-ए-क्त की अदालत में चलेगा उस पर मुकदमा
मुद्दई को देख मुसिफ की कुर्सी पर लगे भले ही अजूबा
उठता ही रहता है यहां कातिल की जहमत का मुद्दा
मांगा जाता है लाश से खंजर में आए ख़म का मुआवजा
इस शहर में है लाशों पर मुकदमे चलाने की रवायत
बदलकर ऐसे नफरती रिवाज लाना है सामाजिक सौहार्द
नफरत से पैदा होती है फासीवाद की हैवानियत
मुहब्बत से जन्मती है इंकलाब की इंसानियत
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