जन्म के आधार पर व्यक्तित्व का मल्यांकन ब्राह्मणवाद का मूल मंत्र है, ऐसा करने वाले जन्मना अब्राह्मण नवब्राह्मणवादी हैं जो अंततः ब्राह्मणवाद के विरोधी नहीं सहायक का काम करते हैं। सामाजिक न्याय के नवब्राह्मणवाद में फासीवादी तत्व नहीं हैं जो कि ब्राह्मणवाद में हैं। फौरी जरूरत ब्राह्मणवादी फासीवाद और कॉरपोरेट के गठजोड़ से लड़ने की है। साथ संघर्षों के दौरान इनके साथ के क्रांतिकारी तत्व सामाजि चेतना के जनवादीकरण के संघर्षों से जुड़ेंगे। Shyam Krishna जी
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