प्यार की खुमारी में लिखे थे जो दो शब्द
गवाह हैं उन अंतरंग क्षणों के थे जो निःशब्द
पन्ने कभी खाली नहीं होते प्यार की किताब के
होते हैं उन पर अनक्षर गीत यादों और खाब के
नहीं होता कभी भी दिल में निर्वात
पहले तुम थे अब है वहां अवसाद
[ईमि/17.11.2013]
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