आदत है उसकी कसम खाने की
आदत
है उसकी कसम खाने की
और
कसमों के मसविदे बदलने की भी
पहली
पल्टी जब उसने मारी थी
कसम
खाई थी जिंदा रहते वापस न पलटने की
दूसरी
पल्टी जब उसने मारी
फिर
कसम खाया जान दे देगा
मगर
वापस उस नर्क की तरफ पलटेगा नहीं
लेकिन
नर्क का कायाकल्प हो गया
और
उसने वापस पलटते हुए
फिर
वही संकल्प दुहराया
वह
बार बार पलटता रहा
कसमे
खाता रहा
और
कसमों के मसौदे बदलता रहा
जीवन
की अंतिम पलटी की कसम के साथ कहेगा
पल्टी
प्रकृति का शाश्वत नियम है।
(ईमि: 01.02.2024)
No comments:
Post a Comment