एक मित्र ने राहुल सांकृत्यायन के बारे में पूछा कि इन्होंने क्या किया है? और यह कि उन्हें इनकी किसी किताब के बारे में नहीं मालुम। और यह कि विद्वान होने के लिए अच्छा इंसान होना जरूरी है क्या? उस पर -
अच्छा लेखक, अच्छा शिक्षक, अच्छा बाप ..... कुछ भी अच्छा होने की पूर्व शर्त है अच्छा इंसान होना, इन्होंने इतना लिखा है कि हम-आप जैसे अपने पूरे जीवनकाल में उतना पढ़ नहीं सकते। आपको अगर इनकी कोई किताब नहीं मालुम तो आपको अपनी पढ़ाई की गुणवत्ता पर पुनर्विचार करना चाहिए। गूगल सर्च कीजिए। वैसे एक किताब आपको जरूर पढ़ना चाहिए जिसमें 20 कहानियों को माध्यम से मानव विकास का पूरा इतिहास समझा दिया है -- 'वोल्गा से गंगा'। बाभन से इंसान बनने के लिए 'तुम्हारी क्षय' पढ़ लें तथा उत्तर वैदिक गणतंत्रों के बारे में जानने के लिए , 'सिंह सेनापति'। आजमगढ़ जिले में पैदा हुए राहुल जी का बचपन का नाम केदार पांडेय था। महा पंडित राहुल सांकृत्यायन को शत शत नमन।
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