Kumar P Srivastava आप भी वामपंथ के भूत के शिकार हैं? किसी अच्छे ओझा की मदद लें नहीं तो आजीवन तंग करेगा। यहां कांग्रेस कहां से आ गयी? वह भी नारियल फोड़ती थी। कभी विषय पर भी बोला करें। वैसे उसमें दिमाग लगाना पड़ता है, लेकिन वही मनुष्य को पशुकुल से अलग करता है।
जो एक जहालत कीआलोचना करे उसे दूसरे जहालत का समर्थक बता दीजिए। मेरे खानदान में एक बैलबुद्धि पहलवानजी थे, मेरेमंदिर के लिए चंदा देने से इंकार करने पर बोल पड़े ये मस्जिद का चंदा देंगे। इस ग्रुप में कई लोग पहलवान भाई के जोड़ीदार हैं। सारी जहालतों की आलोचना करता हूं चाहे गोली टोपी वाली हो चाहे लंबी चुटिया वाली। वैसे भाषा की तमीज शाखा में सीखा या.... ?
जो एक जहालत कीआलोचना करे उसे दूसरे जहालत का समर्थक बता दीजिए। मेरे खानदान में एक बैलबुद्धि पहलवानजी थे, मेरेमंदिर के लिए चंदा देने से इंकार करने पर बोल पड़े ये मस्जिद का चंदा देंगे। इस ग्रुप में कई लोग पहलवान भाई के जोड़ीदार हैं। सारी जहालतों की आलोचना करता हूं चाहे गोली टोपी वाली हो चाहे लंबी चुटिया वाली। वैसे भाषा की तमीज शाखा में सीखा या.... ?
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