Shailesh Dwivedi दिमगवा शाखा की ड्रिल से कुंद बना रहता तो आज भाजपा का बड़ा नेता होता, लेकिन विज्ञान के वैज्ञानिक अध्ययन ने सवाल करने और प्रमाणित को ही सत्य मानने की प्रवृत्ति पैदा कर दी। वैसे भी मैं तब तक नास्तिक हो चुका था, जिन्ना और सावरकर की ही तरह मैं धार्मिक नहीं था, सांप्रदायिक था।
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