Friday, May 25, 2012

सन्नाटा

सन्नाटा
 कई बार सन्नाटे तूफ़ान का आगाज नहीं करते
फैले हुए वीरान को नाराज़ नहीं करते
किन्तु साश्वत कुछ भी नहीं परिवर्तन के सिवा
 प्राचीन ज़माने में था यूनानी, हेराक्लिटस ने कहा
 जिसका भी है वजूद है उसका अंत भी है निश्चित
होगा मुखर चौराहा, सन्नाटे को कहेगा इति. (क्या तुकबंदी है? सर्वाधिकार सार्वजनिक)

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