Avinash Srivastavaबीयचयू के वीसी पर कमेंट में अज्ञानता क्या है? उसके कुकृत्यों तथा कुविचारों को देखते हुए उसे प्रकारांतर से मूर्ख भर कहना अति मर्यादित कमेंट है. आप उसके वक्तव्य पढ़ें, लगता ही नहीं कि यह शिक्षक है. अपनी ब्राह्मणवादी कुंठाएं छात्रों पर थोप देता है. अगर बीयचयू के छात्र लुच्चे-लफंगे हैं जैसाकि मनुस्मृति ईरानी का यह वफादार निक्करधारी कह रहा है, तो उन शिक्षकों को निकालो जिन्होंने इन्हें पढ़ाया है. मैं तो अपने स्टूडेंट्स के आचरण की गारंटी लेता हूं. मान्यवर, हमारे बच्चे लुच्चे-लफंगे या बेवकूफ नहीं है, दिमागदार इंसान हैं, कम-से-कम उतने जितने तब हम थे. हर अगली पीढ़ी तेजतर होती है. इस उम्र में इतनी श्रृजनशील ऊर्जा होती है कि वह ज्यादा-से-ज्यादा पाना/करना चाहता है. बस उसे दिशा-प्रदर्शन चाहिए, लेकिन दिशा दिखाने वाले खुद दिगभ्रमित हो तो वे अपनी दिशा खुद खोज लेते हैं. वही कर रहे हैं जेयनयू/यचसीयू/बीयचयू ... के छात्र.
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