Prem Prakash Tiwari मुझे लगता है ब्राह्मणवादी ताकतों (संघी गिरोह) ने आप जैसों को किसी भी स्वस्थ विमर्श को विषयांतर से विकृत करने के लिए को लगा रखा है . विषय कुछ भी हो या तो मार्क्सवाद के भूत से परेशान हो अभुआने लगते हैं या 60 साल के कांग्रेस के कुकृत्यों का हिसाब मांगने लगते हैं. भक्ति भाव के चलते दिमाग लगाने की आदत छूट गई लगती नहीं तो समझ आता कि यह पोस्ट ब्राह्मणवाद-फासीवाद-कॉरपोरेटवाद के खतरों से लड़ने को लेकर है. बंधु कुढ पढ़िए और दिमाग लगाइए नहीं तो तोतागीरी करते करते बौद्धिक बौने ही बने रहेंगे.आपका यह घिसा-पिटा, सड़ा-गला कुतर्क कि भाजपा ही नहीं कांग्रेस भी मुल्क बेच रही थी, अमान्य हो चुकी है. भाजपा देशभक्क्त है तो कांग्रेसी कुकृत्यों को पलटे न कि देश बेचने की प्रक्रिया को आक्रामकता से तेज कर दे. जिसनेे 60 साल सरकार चलाई और जो 2 साल से चला रहे हैं ,दोनों मौसेरे भाई है. कांग्रेस डर सहम कर मुल्क बेच रही थी यो बेशर्मी से खुले आम. कांग्रेस नफरत फैलाकर देश तोड़ने का काम नहीं कर रही थी, भाजपा-आरयसयस की राजनीति ही नफरत पर टिकी है. जब तक लोग धर्मांध, कूप मंडूक बने रहेंगे तब तक चालाक लोग उनको उल्लू बनाकर अपना उल्लू सीधा करते रहेंगे. आप तय कीजिए उल्लू बनाये जाते रहना पसंद करेंगे या चिंतनशील इंसान बनना.
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