बोलकर देमातरम्, भारत माता की जय
करते वे राष्ट्रवादी भ्रष्टाचार
और देशद्रोह की सनदों का व्यापार
मिटा सकें धरती से जिससे वे कम्युनिस्टी दुराचार
देशभक्ति की ताकत है कॉरपोरेटी उपहार
किसानों की खुदकुशी पर क्यों इतना हाहाकार
पूरी दुनियी में फैल रहा है सेठ अंबानी का देशभक्त व्यापार
इतना हो-हल्ला क्यों है जो संकट लाटूर में पीने का पानी का
हजारों गैलन रोज पीता है बागीचा देशभक्त अडानी का
क्या हुआ मरते हैं भूख से कुछ भूखे-नंगे रोज
करनी न होगी परिवारनियोजन के तरीकों की खोज
क्यों मचा है इतना किसानों की बेदखली का रोना-धोना
कैसे खना जाएगा वरना धरती में छिपा राष्ट्रवादी सोना
संभालेगा नहीं कॉरपोरेट अगर राष्ट्र का कारोबार
कैसे चलेगा राष्ट्र में देशभक्ति का व्यापार
मिटाना है गर राष्ट्र से कम्युनिस्टी देशद्रोह
त्यागना पड़ेगा राष्ट्र को ईमानदारी का मोह
होगा नहीं अगर राष्ट्रवाद के पास अकूत धन
राष्टवादी उत्पात का न होगा भक्तों का मन
विश्वबैंक की न करेंगे अगर भक्ति
कैसे बनेंगा राष्ट्र दुनिया सबसेै बड़ी शक्ति
करेंगे नहीं अगर शिक्षा का समर्पण गैट्स को
कैसे बना पाएंगेै विश्वगुरू इस महान देश को
खिलाने को राष्ट्रवादी कमल इस देश
उगता है जो सदा से कीचड़मय परिवेश में
बनाना है गर देश बहुत ही महान
करना ही पड़ता है ईमान कुर्बान
करते हैं देशद्रोही उनकी कुर्बानी का अपमान
राष्ट्रवादी कमीशन को देते हैं भ्रष्टाचार का नाम
राष्ट्रवाद अग्रसर है बनाने को देश महान
देशद्रोही चिल्ला रहे हैं रोटी कपड़ा और मकान
जब तक रहेंगे मुल्क में कम्युनिस्ट-ओ-मुसलमान
इन राष्ट्रवादी कामों के लिए चाहिए पैसा
और कौन है आज दानी कॉरपोरेट जैसा
अगले 20 साल रहा अगर राष्ट्रवादी शासन
मिल ही जाएगा भारत को विश्वगुरू का आसन
बन जाएगा जब भारत राष्ट्र महान
सबको मिलेगा तब रोटी कपड़ा और मकान
करते हुए राष्ट्र के महान बनने का इंतजार
बोलो बंदेमातरम् भारत माता की जय बार बार
(बस यों ही कलम की अनचाही आवारागर्दी, सुबह फेसबुक नहीं खोलना चाहिए)
(ईमिः21.04.2016)
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