बेरोजगारी पूंजीवाद की अंतर्निहित प्रवृत्ति है, दोष नहीं, इसे खत्म करने के लिए पूंजीवाद खत्म करना पड़ेगा। समाजवादी रूस और चीन में सबको काम का अधिकार था। भीख; वेश्यावृत्ति आदि बुराइयों की तरह बेरोजगारी भई अदृश्य हो गयीं थी। पूंजीवाद की पुर्स्थापना से वे भी वापस आ गयीं।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment