उ.प्र. मे भाजपा की जीत का श्रेय मुलायम और अखिलेश जैसे जाहिल-अपराधियों को ही जाता है, ये अगर अहीरों की गुंडागर्दी रोक देते और मुजफ्फरनगर में मोदी के सहयोगी न बन दंगे रोकते सैफई में सामंती उत्सव की बजाय, तो यूपी में उनकी लुटिया न डूबती, अखिलेश-मुलायम भी एक तरह के बजरंगी लंपटों के ही मुखिया हैं. मुलायमी गुंडागर्दी की बजाय अब बजरंगी गुंडागर्दी चल रही है. मुलायम-अखिलेश उतने ही कॉरपोरेटी दलाल हैं जितने मोदी-योगी.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment