सुनो चौपट निज़ाम के बड़बोले वर्दीधारी
तुम अगर वर्दी के गुमान में
और ट्रेनिंग की ड्रिल से
दिमाग से पैदल न हो गए होते
तो जानते कि यह वर्दी हमारे पैसे की है
यह भी जानते कि जिस बंदूक से
तुम हमें डराना चाहते हो
वह भी हमारे ही पैसे से खरीदी गयी है
हमारे पास बंदूक नहीं है
फिर भी हम डरते नहीं
तुम खुद की डर पर पर्दा डालने को
हमें डराने की धमकी देते हो
तुम डरते हो कि कहीं हम तुमसे
वर्दी का हिसाब न मांगें
मांगेगे जरूर
आज नहीं तो कल
(ईमि: 06.06.2017)
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